WeL(C)ome To TheMY SWEET KANCHANOFFi(C)!AL MOB!LE SiTe. * सप्रेम-स्वागतम् *
आप सभी, प्रिय मित्रों, भाईयो-बहनों एवं सभी विज़िटर्स का आपकी प्यारी'कंचन'जी की ओर सेMY SWEET KANCHAN [OFFiC!AL]साइट पर प्रेम भरा हार्दिक अभिनन्दन एवं स्वागत हैं!!
¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤¤ HomeProfileThis Sweet & Lovely SiTe Is Dedi(C)ated To My SWeeT Dream Queen " KAN(C)HAN Ji ''आप हमें भुल जाओं, हमें कोई गम नहीं,....., आप हमें भुल जाओं , हमें कोई गम नहीं.....,!!
" लेकिन जिस दिन हमनें आपको भुला दिया...., समझ लिजियेगा ,इस दूनिया में हम नही......!! Kकं@चNनCबHर@खाN "फूल पड़ा हैं, उठाती क्यों नहीं"
¤ फूल पड़ा हैं, उठाती क्यों नहीं ¤
"मुझसे प्यार करती हो ,बताती क्यों नहीं"
¤प्यार¤ का पहला, ¤इश्क¤ का दूसरा ,और ¤मोहब्बत¤ का तीसरा अक्षर अधूरा होता हैं;